आँखों ही आँखों में ऐसी बात हो गयी ना तूने जाना ना मैंने समझा और हमारी एक नयी शुरुआत हो गयी आँखों ही आँखों में ऐसी बात हो गयी ना तूने जाना ना मैंने समझा और हमारी एक नयी शु...
शब्दों का मेल है शब्दों का खेल है, एक से एक मिल जाए शब्द का बेजोड़ है। कभी सफेद ब शब्दों का मेल है शब्दों का खेल है, एक से एक मिल जाए शब्द का बेजोड़ है। ...
वो जिनकी छाया में मैं हल पल महफूज रहता था, आज वो चीखने पर भी समझ नहीं पाते, उनके साथ हम दो कदम चल नह... वो जिनकी छाया में मैं हल पल महफूज रहता था, आज वो चीखने पर भी समझ नहीं पाते, उनके...
मैंने पार किया यह सागर मैंने पार किया यह सागर
पर मैं... स्वछन्द हूँ ... बँधनों के बाबजूद भी सुनती हूँ मन की आवाज पर मैं... स्वछन्द हूँ ... बँधनों के बाबजूद भी सुनती हूँ मन की आवाज
जो मैं देखती-सुनती और समझती हूँ, आपके दिल की धड़कनों से उसे ही आपके कर कमलों से निकाल कर एक रचना के... जो मैं देखती-सुनती और समझती हूँ, आपके दिल की धड़कनों से उसे ही आपके कर कमलों से...